समाजशास्त्र एसएलएम
सेमेस्टर I | पाठ्यक्रम शीर्षक: परिचयात्मक समाजशास्त्र | |
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इकाई I | समाजशास्त्र की उत्पत्ति और विकास, समाजशास्त्र का अर्थ, क्षेत्र और स्वरूप, समाजशास्त्र में नवीन प्रवृत्तियाँ। | समाजशास्त्र की परिभाषा, समाजशास्त्र का अर्थ एवं परिभाषा |
इकाई II | समाजशास्त्र और अन्य सामाजिक विज्ञानों के साथ संबंध: दर्शनशास्त्र, मानवविज्ञान, सामाजिक कार्य, इतिहास, राजनीति विज्ञान एवं अर्थशास्त्र। | |
इकाई III | समाजशास्त्रीय संकल्पनाएँ – समाज: परिभाषा एवं विशेषताएँ, समुदाय: परिभाषा एवं विशेषताएँ, संघ: परिभाषा एवं विशेषताएँ, संस्थान: परिभाषा एवं विशेषताएँ। | समितियां तथा संस्थान, |
इकाई IV | सामाजिक प्रक्रियाएँ: सहकारात्मक – सहयोग: अर्थ और विशेषताएँ, समायोजन: अर्थ और विशेषताएँ, आत्मसात करना: अर्थ और विशेषताएँ, विसंवादी – संघर्ष: अर्थ और विशेषताएँ, प्रतिस्पर्धा एवं विरोध: अर्थ और विशेषताएँ। | |
इकाई V | सामाजिक समूह: सामाजिक समूह का अर्थ एवं प्रकार: प्राथमिक और द्वितीयक समूह, संदर्भ समूह। | सामाजिक समूह, |
इकाई VI | संस्कृति एवं सभ्यता: अर्थ, विशेषताएँ, संस्कृति एवं सभ्यता के मध्य संबंध एवं भिन्नताएँ। |
सेमेस्टर II | पाठ्यक्रम शीर्षक: भारतीय सामाजिक व्यवस्था | |
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इकाई I | भारतीय समाज की विशेषताएँ: विविधता में एकता, भारतीय समाज एवं संस्कृति में विविधताएँ, विविधताओं के कारण एवं परिणाम, भारत एक बहुलवादी समाज के रूप में: अवधारणा, भारत का बहुल समाज के रूप में विकास, भारत में बहुल समाज के वर्तमान आधार, बहुल समाज की समस्याएँ। | |
इकाई II | धर्म, वर्णाश्रम व्यवस्था: अर्थ, विशेषताएँ, प्रकार एवं समाजशास्त्रीय महत्त्व; पुरुषार्थ: अर्थ, रूप एवं समाजशास्त्रीय महत्त्व; संस्कार: अर्थ, उद्देश्य, हिन्दू जीवन के प्रमुख संस्कार, समाजशास्त्रीय महत्त्व; कर्म सिद्धांत। | |
इकाई III | विवाह: अवधारणा, उद्देश्य, हिन्दुओं एवं मुसलमानों में विवाह: अर्थ, पारंपरिक रूप। परिवार: परिभाषाएँ, परिवार के प्रकार, परिवार के कार्य। जाति: अर्थ, विशेषताएँ एवं उत्पत्ति के सिद्धांत: पारंपरिक सिद्धांत, जातीय सिद्धांत, व्यवसायिक सिद्धांत, ब्राह्मणवादी सिद्धांत, धार्मिक सिद्धांत, जाति व्यवस्था के लाभ और हानियाँ। संबंध: परिभाषाएँ, प्रकार, संबंध शब्दावली, संबंध व्यवहार एवं सामाजिक महत्त्व। | जाति व्यवस्था की अवधारणा, जाति व्यवस्था के बदलते प्रतिमान, जाति व्यवस्था की उत्पत्ति के सिद्धांत, परिवार की अवधारणा, |
इकाई IV | जजमानी प्रणाली: अर्थ, संरचना एवं कार्यप्रणाली, महत्त्व, जजमानी प्रणाली में परिवर्तन। | |
इकाई V | सामाजिक विधायन: दलितों, जनजातियों, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिलाओं एवं बच्चों के पक्ष में संवैधानिक प्रावधान। | महिला आन्दोलन, |
सेमेस्टर III | पाठ्यक्रम शीर्षक: भारतीय सामाजिक समस्याएँ | |
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इकाई I | सामाजिक समस्याएँ: अवधारणा, विशेषताएँ, प्रकार, कारण। | सामाजिक स्तरीकरण के आधार, सामाजिक स्तरीकरण, |
इकाई II | गरीबी: अवधारणा और प्रकार, कारण और प्रभाव, गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम: समेकित ग्रामीण विकास कार्यक्रम, इंदिरा आवास योजना, सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना और मनरेगा। | |
इकाई III | बेरोजगारी: अवधारणा और परिभाषा, प्रकार, कारण और प्रभाव। | |
इकाई IV | पारिवारिक समस्याएँ: घरेलू हिंसा, दहेज, तलाक, वृद्धजन की समस्याएँ। | |
इकाई V | संरचनात्मक समस्याएँ: जातिगत असमानता, धार्मिक, जातीय और क्षेत्रीय समस्याएँ। | |
इकाई VI | अपराधिक प्रवृत्तियाँ: अवधारणा और अर्थ, अपराध और किशोर अपराध, श्वेत कॉलर अपराध, साइबर अपराध। |
सेमेस्टर IV | पाठ्यक्रम शीर्षक: सामाजिक नियंत्रण | |
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इकाई I | सामाजिक नियंत्रण: अर्थ, परिभाषा, विशेषताएँ, महत्व और कार्य। | सामाजिक नियंत्रण के प्रकार, |
इकाई II | सामाजिक नियंत्रण के प्रकार: प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष; सकारात्मक और नकारात्मक; संगठित और असंगठित। | |
इकाई III | सामाजिक नियंत्रण के अनौपचारिक साधन: परंपराएँ, मानदंड, मूल्य, लोकाचार और धर्म। | |
इकाई IV | सामाजिक नियंत्रण के औपचारिक साधन: शिक्षा और विधि। | |
इकाई V | सामाजिक नियंत्रण की संस्थाएँ: परिवार, राज्य, शैक्षिक संस्थान और जनमत। | |
इकाई VI | सामाजिक नियंत्रण के सिद्धांत: कार्ल मैनहाइम, सी. एच. कूली और किम्बल यंग। | आधुनिक समाजशास्त्रीय सिद्धांत, |
सत्र – पाँच | पाठ्यक्रम का शीर्षक: समाजशास्त्रीय विचार का विकास | प्रथम पत्र |
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इकाई I | समाजशास्त्र का उद्भव, बौद्धिक स्रोत: प्रबोधन, फ्रांसीसी और औद्योगिक क्रांति। | |
इकाई II | ऑगस्ट कॉम्ट: जीवनी परिचय, विज्ञानों की श्रेणी, तीन अवस्थाओं का नियम। | ऑगस्ट कॉम्ट का प्रत्यक्षवाद का सिद्धांत, ऑगस्त कॉम्ट का तीन स्तर का नियम, |
इकाई III | इमाइल दुर्खीम: जीवनी परिचय, सामाजिक तथ्य, यांत्रिक एकता और जैविक एकता, आत्महत्या। | इमाइल दुर्खीम का धर्म का सिद्धांत, इमाइल दुर्खीम का श्रम विभाजन का सिद्धांत, दुर्खीम का यांत्रिक एकता और सावयवी एकता का सिद्धांत, |
इकाई IV | कार्ल मार्क्स: जीवनी परिचय, ऐतिहासिक भौतिकवाद, वर्ग संघर्ष, अलगाव। | कार्ल मार्क्स का द्वन्दात्मक भौतिक वाद का सिद्धांत, कार्ल मार्क्स का अलगाव का सिद्धांत, कार्ल मार्क्स का वर्ग संघर्ष का सिद्धांत, |
इकाई V | मैक्स वेबर: जीवनी परिचय, सामाजिक क्रिया, शक्ति और प्राधिकार, नौकरशाही। | मैक्स वेबर का सामाजिक क्रिया का सिद्धांत, मैक्स वेबर का पूंजीवाद का सिद्धांत |
सत्र – पाँच | पाठ्यक्रम का शीर्षक: समाजशास्त्र में अनुसंधान पद्धति | द्वितीय पत्र |
इकाई I | सामाजिक अनुसंधान: अर्थ और विशेषताएँ। वैज्ञानिक अनुसंधान के चरण। सामाजिक सर्वेक्षण: अवधारणा, विशेषताएँ और योजना। | सामाजिक अनुसन्धान में सांख्यिकी का प्रयोग, सामाजिक अनुसन्धान में सांख्यिकी का प्रयोग भाग – 2, सामाजिक अनुसन्धान में वैज्ञानिक पद्वति की परिभाषा तथा प्रमुख चरण, The Type of Social Research (सामाजिक अनुसन्धान के प्रकार), |
इकाई II | उपकल्पना: अर्थ और विशेषताएँ, उपकल्पना निर्माण के स्रोत, सामाजिक अनुसंधान में उपकल्पना का महत्व। | उपकल्पना सामाजिक अनुसंधान, |
इकाई III | डेटा: अर्थ और प्रकार, प्राथमिक और द्वितीयक डेटा, डेटा संकलन की तकनीकें, प्रश्नावली और अनुसूची: अवधारणा, विशेषताएँ और प्रकार, अवलोकन और साक्षात्कार: अवधारणा और प्रकार, महत्व और सीमाएँ। | Data- Primary and Secondary, Schedule – As a Data Collection Technique in Research, |
इकाई IV | जनगणना और सैम्पलिंग: अर्थ और विशेषताएँ, सैम्पलिंग के प्रकार: सरल यादृच्छिक सैम्पलिंग, स्तरीकृत यादृच्छिक सैम्पलिंग, प्रयोजनात्मक सैम्पलिंग। | |
इकाई V | प्रारंभिक सांख्यिकी: अर्थ, महत्व और सीमाएँ, केंद्रीय प्रवृत्तियों का मापन: अर्थ, उपयोगिता और सीमाएँ, औसत, माध्यिका और बहुलक की गणना। |